सागर जिले की देवरी पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. अवैध शराब की धड़पकड़ के लिए चलाये जा रहे विशेष अभियान के तहत देवरी अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) के मार्गदर्शन में एवं थाना प्रभारी निरीक्षक रोहित डोंगरे थाना प्रभारी देवरी सागर के नेतृत्व में उनि अनिल कुजूर आर 245 मनीष तिवारी आर 258 आशीष गौतम आर 984 लव कुश की टीम बनाई गई थी. मुखबिर के जरिए सूचना प्राप्त होने पर एक ग्रे रंग की मारुति स्विफ्ट कार में कुछ लोग अवैध शराब भरकर सागर तरफ से देवरी तरफ बेचने के लिए आ रहे थे. संदिग्ध कार तलाश हेतु ग्राम चीमाढाना फोर लाइन रवाना होकर फोर लाइन पर वाहन चेकिंग किया गया. इसी दौरान चेकिंग के समय एक ग्रे रंग की मारुति स्विफ्ट कार सागर तरफ से आती दिखाई दी जिससे स्टाफ की सहायता से सावधानी पूर्वक रोका गया और गाड़ी का नंबर देखा तो गाड़ी में आगे पीछे नंबर प्लेट पर एमपी 13 सीडी 4703 लिखा था. गाड़ी में दो व्यक्ति बैठे मिले इन व्यक्तियों से उनका नाम पूछा गया तो गाड़ी चलाने वाले ने अपना नाम राजाराम विश्वकर्मा उम्र 26 साल निवासी ग्राम शंकरगढ़ तिगड्डा शाहगढ़ एवं आगे की सीट पर ड्राइवर के बाजू में बैठे व्यक्ति ने अपना नाम नीलेश पिता राजाराम रैकवार उम्र 27 साल निवासी शंकरगढ़ तिगड्डा का होना बताया. वाहन को चैक किया तो बीच की सीट और गाड़ी की डिग्गी में पीछे एक तरफ शराब की पेटी खाकी रंग के कार्टून में जिसमें 18 पेटी जो प्रत्येक पेटी में 50 पाव देसी शराब रखी मिली. शराब के कुल 900 पाव कुल 162 लीटर कीमत करीब ₹90000 तथा वाहन स्विफ्ट कर एमपी 13 सीडी 4703 कीमत लगभग ₹300000 शराब तथा वाहन सहित कुल 390000 का मिला शराब परिवहन करने वाले दोनों व्यक्तियों से अत्यधिक मात्रा में शराब रखने का लायसेंस पूछा जो नहीं मिला. इन व्यक्तियों का कृत्य धारा 34 /2 आबकारी एक्ट के तहत दंडनीय पाये जाने अपराध से शराब एवं परिवहन कर जप्त कार्यवाही की जाकर आरोपियों के विरुद्ध अपराध क्रमांक 250 /24 धारा 34/2 आबकारी एक्ट कायम कर विवेचना में लिया गया.
उक्त कार्रवाई में निरीक्षक रोहित अनिल कुजूर आर 245 मनीष तिवारी आर 258 आशीष गौतम आर 984 लव कुश की विशेष भूमिका रही.