डिजिटल दौर में डिसिप्लिन का पाठ

पीएम श्री केन्द्रीय विद्यालय क्र. 1 सागर कैंट में केंद्रीय विद्यालय संगठन का स्थापना दिवस और विद्यालय का वार्षिकोत्सव समारोह 15 दिसंबर को धूमधाम से मनाया गया।

आयोजन के मुख्य अतिथि कर्नल आदित्य जोशी, डिप्टी कमांडेंट महार रेजीमेंट सागर रहे। उन्होंने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि जीवन में अनुशासन की ए, बी, सी, डी अनिवार्य है।

यही सफल व सुखी जीवन तथा समृद्ध समाज और राष्ट्र का मूल मंत्र है। अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने कहा कि चार डिसीप्लीन आवश्यक हैं : से एकेडमिक डिसिप्लिन, बी से बॉडी अर्थात शरीर का डिसिप्लिन, सी से कल्चरल डिसिप्लिन और डी से डिजिटल डिसिप्लिन। कर्नल जोशी ने विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रमों और विद्यालय की उपलब्धियों की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए अपने विद्यार्थी जीवन को भी याद किया।

प्राचार्य मनीष गुप्ता ने स्वागत भाषण के साथ विद्यालय के वार्षिक प्रतिवेदन के माध्यम से विद्यालय की उपलब्धियों से सभी को परिचित कराया। उन्होंने बताया कि कक्षा बारहवीं में जबलपुर संभाग टॉप करने वाली दोनों छात्राएं इसी विद्यालय की हैं। 24 विद्यार्थियों ने राष्ट्रीय खेलकूद प्रतियोगिता में भाग लिया, जिसमें सृष्टि पटेल ने कांस्य पदक जीता। सिद्धांत यादव का चयन एसजीएफआई के लिए हुआ। युवा संसद में हम जोनल विजेता रहे। विद्यासेतु एआई हैकाथॉन के जोनल स्तर पर प्रथम तीन में स्थान पाने वाले हम एकमात्र विद्यालय हैं। विहान साहू ने ऑलंपियाड में जोनल स्तर पर उल्लेखनीय उपलब्धि प्राप्त की । बोर्ड परीक्षा में बेहतर परिणाम के लिए लगभग हर शिक्षक को प्रमाण पत्र प्राप्त हुआ है।

इसके उपरांत केंद्रीय विद्यालय संगठन के गीत ‘ भारत का स्वर्णिम गौरव केंद्रीय विद्यालय लाएगा’ पर नृत्य प्रस्तुति ने सभी का मन मोह लिया। ग्यारहवीं के छात्र अंश कोतू ने अपने भाषण में विद्यार्थियों के जीवन निर्माण में केंद्रीय विद्यालय की भूमिका को रेखांकित किया। वंदे मातरम् गीत पर छात्राओं की नृत्य प्रस्तुति ने सभी को देशभक्ति के भावों से ओत – प्रोत कर दिया। प्राचार्य ने सभी को कर्तव्यनिष्ठा की शपथ दिलाई। विशेष उपलब्धि प्राप्त करने वाले सभी विद्यार्थियों और शिक्षकों को पुरस्कृत किया गया।

आभार ज्ञापन वरिष्ठ शिक्षिका श्रीमती सरिता सिंह ने किया। मंच संचालन ग्रीष्मा जैन एवं प्रद्युम्न मिश्रा के मार्गदर्शन में विद्यालय के विद्यार्थी अनीश गुरुंग और भव्या तिवारी ने किया ।