सुरखी विधानसभा का सियासी तापमान शनिवार को अचानक चढ़ गया, जब राहतगढ़, शिकारपुर, गाजीखेड़ा और गुमरिया के दर्जनों कांग्रेसी नेताओं ने एक साथ ‘हाथ छोड़ कमल थाम लिया’।
मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के सामने मंच पर जैसे ही भाजपा का भगवा गमछा लहराया, वैसे ही कांग्रेस की वफादारियां हवा हो गईं। मंत्री राजपूत ने मुस्कुराते हुए नए साथियों को पार्टी में शामिल किया और कहा —
“भाजपा ही विकास की गारंटी है, और सुरखी इसका सबसे बड़ा उदाहरण।”
मंत्री के मुताबिक, सुरखी वह विधानसभा है जहां “सबसे कम समय में सबसे ज्यादा विकास” हुआ है — हालांकि विपक्ष अब तक इस आंकड़े की गणना में उलझा है।
सदस्यता ग्रहण करने वाले उप सरपंच अजीत यादव ने भी कहा कि वे मंत्री राजपूत के कार्यों से प्रभावित होकर भाजपा में आए हैं — यानी अब गांव से लेकर गली तक “गोविंद समर्थक यादव ब्रिगेड” तैयार है।
इस मौके पर नरेश यादव, मुनीम यादव, राजाराम यादव, बिट्ठल सिंह यादव, दिनेश यादव, अमित यादव, राहुल यादव, गौतम यादव, सोनू यादव, सीताराम यादव, सुरेश यादव, हेमराज यादव, अनिल यादव समेत सैकड़ों लोग भगवा परिवार में शामिल हुए।
मंडल अध्यक्ष प्रियंक तिवारी ने सभी नए कार्यकर्ताओं को गमछा पहनाकर स्वागत किया और कहा —
“अब कांग्रेस की नाव सुरखी में और डूबेगी, क्योंकि हवा अब पूरी तरह भाजपा के पाले में है।”
सुरखी का यह राजनीतिक मंजर साफ बताता है
👉 “जहां विकास की लहर उठे, वहां ‘हाथ’ अपने आप डूब जाता है!”
















