लाखा बंजारा झील किनारे चकराघाट पर प्रत्येक सोमवार को आयोजित की जा रही गंगा आरती नागरिकों में श्रद्धा-आस्था के साथ ही जागरूकता का केंद्र बन रही है। सोमवार को झील किनारे आयोजित गंगा आरती में नागरिकों को अपने-अपने घरों पर मिट्टी से निर्मित गणेश प्रतिमाओं को विराजित करने का संदेश दिया गया।
जन-जागरुकता लाने के उद्देश्य से नगर निगम आयुक्त एवं स्मार्ट सिटी सह कार्यकारी निदेशक राजकुमार खत्री के मार्गदर्शन में लाखा बंजारा झील किनारे चकराघाट पर आयोजित की जा रही गंगा आरती में गणेश उत्सव प्रारम्भ होने से पहले गंगा आरती में शामिल श्रद्धालुओं को मिट्टी के गणेश विराजित करने और पर्यावरण संरक्षण हेतु जागरूक किया गया। मिट्टी की प्रतिमाएँ जल में घुल कर पुनः पर्यावरण के घटकों में विभक्त हो जाती हैं जबकि अन्य पदार्थों प्लास्टर और पेरिस आदि की प्रतिमाएँ विसर्जन के बाद लम्बे समय तक विघटित नहीं होतीं और जल स्रोत व अन्य स्थलों में बहती रहती हैं। हमें अपने आराध्य देव और पर्यावरण के प्रति समर्पण को समझना होगा और हमें जल स्रोतों, मिट्टी, वायु आदि पर्यावरण को संरक्षित बनाने के लिए केमिकल को छोड़कर प्राकृतिक संसाधनों को अपनाना होगा । पर्यावरण को साफ-स्वच्छ बनाये रखने के लिए केमिकल को छोड़कर प्राकृतिक संसाधनों की ओर लौटना होगा।
आरती के दौरान बड़ी संख्या में विभिन्न स्थानों से आरती में शामिल हुए श्रद्धालुओं ने धर्म लाभ लिया। ऐतिहासिक लाखा बंजारा झील को स्वच्छ और सुंदर बनाए रखने व स्वच्छता के प्रति जागरूक बड़ी संख्या में विभिन्न वार्डों के नागरिक महिलाएं, बच्चे, युवा, बुजुर्ग श्रद्धा, उत्साह एवं हर्षोल्लास के साथ शामिल होकर धर्म लाभ ले रहे हैं। नागरिकों की भक्ति एवं श्रद्धा के आकर्षण का केंद्र बन चुकी गंगा आरती में शामिल होने के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु आ रहे हैं।
















